हर करीबी इंसान को अपना राज मत बताओ।
क्योंकि, जो आज आपके साथ है…
वो कल आपके खिलाफ हो सकते हैं।
कहते हैं…सब्र का फल मीठा होता है।
लेकिन, उस फल का क्या मतलब?
जिस सब्र से इंसान टूट कर बिखर जाए।
दुख तो होता है…
जब आपको एहसास हो कि
आप जिसे महत्व दे रहे हो…
उसकी नजरों में
आपका कोई महत्व ही ना हो।
अगर कोई आपकी बात नहीं समझता तो
समझाओ ही मत क्योंकि?
कुछ बातें समझाने से नहीं…
खुद पर बीतने पर समझ आती है।
अपना वो होता है…
जिसके साथ बातें खुलकर की जा सके।
ना कि संभलकर।
जिंदगी गुजर गई सबको खुश करने में।
जो खुश हुए वो अपने नहीं थे।
और जो अपने थे…
वो कभी खुश नहीं हुए।