पापा कहते हैं…
सोच भले ही नयी रखो!
लेकिन संस्कार पुराने ही अच्छे हैं।
मुझे रख दिया छांव में, खुद जलते रहे धूप में।
मैंने देखे हैं, ऐसे फरिश्ते…
माता-पिता के रूप में।
पापा कहते हैं…
सोच भले ही नयी रखो!
लेकिन संस्कार पुराने ही अच्छे हैं।
मुझे रख दिया छांव में, खुद जलते रहे धूप में।
मैंने देखे हैं, ऐसे फरिश्ते…
माता-पिता के रूप में।